Wednesday, March 11, 2015

कुछ नया जानिए-
■क्रति = सैकन्ड का ३४०००वाँ भाग , 
■१ त्रुति = सैकन्ड का ३००वाँ भाग
■२ त्रुति = १ लव , 
■१ लव = १ क्षण
■३० क्षण = १ विपल , 
■६० विपल = १ पल
■६० पल = १ घड़ी (२४ मिनट ) , 
■२.५ घड़ी = १ होरा (घन्टा )
■२४ होरा = १ दिवस (दिन या वार) ,
■७ दिवस = १ सप्ताह
■४ सप्ताह = १ माह , 
■२ माह = १ रितु
■६ रितु = १ वर्ष , 
■१०० वर्ष = १ शताब्दी
■१० शताब्दी = १ सहस्राब्दी ,
■४३२ सहस्राब्दी = १ युग
■२ युग = १ द्वापर युग , 
■३ युग = १ त्रैता युग , 
■४ युग = सतयुग
■सतयुग + त्रेतायुग + द्वापरयुग + कलियुग = १ महायुग
■७६ महायुग = मनवन्तर ,
■१००० महायुग = १ कल्प
■१ नित्य प्रलय = १ महायुग (धरती पर जीवन अन्त और फिर आरम्भ )
■१ नैमितिका प्रलय = १ कल्प ।(देवों का अन्त और जन्म )
■महाकाल = ७३० कल्प ।(ब्राह्मा का अन्त और जन्म )
विश्व का सबसे बड़ा और वैज्ञानिक समय गणना तन्त्र यही है। जो हमारे देश भारत में बना ।ये हमारा भारत जिस पर हमको गर्व है🚩🚩🚩