Wednesday, December 31, 2014

आज कलम उठाऊँ तो रोकना मत दोस्त.

देखना हुनर मेरे एक एक अलफ़ाज़ का.

में लिखता जाऊँगा.

बेवफाई खत्म होती जायेगी..!!
💕तेरी बातो मेँ जिक्र मेरा,मेरी बातो मेँ जिक्र तेरा..
अज़ब सा ये इश्क है...ना तू मेरा.. ना मैँ तेरा.!!💕
पता है हार जाऊँगा ईश्क-ऐ शतरँज मे .... फिर भी ....
हर चाल ऐसे चलता हुँ कि अपनी रानी से दुर ना रहुँ...!
Everyone has their own life. Create your best life, instead of agreeing or disagreeing with other people's lives.

No comments: