Saturday, April 29, 2017

श्री राम जी की दृष्टि मात्र से लक्ष्मण ठीक हो सकते थे परन्तु कर्म को प्रधानता देते हुए सुषेन वैद्य को बुलाया और भक्त को श्रेय देते हुए हनुमान जी को संजीवनी बूटी लाने के लिए सुमेरु पर्वत भेजा..यही है प्रभु की माया !!

सोई जानहि जेहि देहु जनाई ।
जानत तुमहि तुमहि होइ जाई ।।

जय सिया राम जय जय सिया राम

No comments: