🌞⛳ शुभ प्रभात ⛳🙏🏻
✍ जो "प्राप्त" है वो "पर्याप्त है।
इन दो शब्दों में सुख बेहिसाब है ।।
जो इंसान "खुद"के लिये जीता है
उसका एक दिन "मरण" होता है ।
पर जो इंसान "दूसरों" के लिये जीता है
*उसका हमेशा "स्मरण" होता है।
✍ जो "प्राप्त" है वो "पर्याप्त है।
इन दो शब्दों में सुख बेहिसाब है ।।
जो इंसान "खुद"के लिये जीता है
उसका एक दिन "मरण" होता है ।
पर जो इंसान "दूसरों" के लिये जीता है
*उसका हमेशा "स्मरण" होता है।
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