Sunday, May 14, 2017

माँ का आँचल माँ की गोद में लेटा बालक तेज धूप में कुडमुंडाया माँ ने झट से आँचल फैलाया ममता की छाव में ढँक लिया बालक दुग्धपान करते-करते सो गया यह देख बादलो की संवेदना जागी बादलो ने भी अपने आँचल फैलाये किन्तु ! पवन के झोंकों ने बिखरा दिया माँ अब भी "धुप में छाव लिए बैठी रही" सूरज का तेज प्रताप भी उसे डिगा न सका आहिस्ता-आहिस्ता वह भी........ माँ की ममता और आँचल को नमन करता अपना "आँचल" समेट...... अस्ताचल .... माँ की गोद में....... बी. डी. गुहा रायपुर स्वरचित रचना .........

माँ का आँचल

माँ की गोद में
लेटा बालक तेज धूप में कुडमुंडाया
माँ ने झट से आँचल फैलाया
ममता की छाव में ढँक लिया
बालक दुग्धपान करते-करते सो गया
यह देख बादलो की संवेदना जागी
बादलो ने भी अपने आँचल फैलाये
किन्तु ! पवन के झोंकों ने
बिखरा दिया
माँ अब भी "धुप में छाव लिए बैठी रही"
सूरज का तेज प्रताप भी उसे डिगा न सका
आहिस्ता-आहिस्ता वह भी........
माँ की ममता और आँचल को
नमन करता
अपना "आँचल" समेट......
अस्ताचल ....
माँ की गोद में.......
                            
                     बी. डी. गुहा रायपुर
     स्वरचित रचना .........

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