Monday, May 22, 2017

"हथौड़ा और चाबी " """"""""""""""""""""""""" शहर की तंग गलियों के बीच एक पुरानी तालों की दुकान थी । लोग वहाँ से ताला चाबी खरीदते और कभी - कभी चाबी खोने पर वैसी ही चाबी बनवाने भी आते । ताले वाले की दुकान में एक हथौड़ा भी था, जो कभी कभार ताला तोड़ने के काम भी आता था । हथौड़ा अकसर सोचा करता कि आखिर इन छोटी - छोटी चाबियों में ऐसी कौन सी खूबी है जो इतने मजबूत तालों को भी चुटकी में खोल देती है । मुझे तो इसके लिए कितने प्रहार करने पड़ते हैं । एक दिन उससे रहा नहीं गया । दुकान बंद होने के बाद उसने एक नन्ही चाबी से पूछा - ' बहन, ये बताओ कि आखिर तुम्हारे अंदर ऐसी कौन सी शक्ति है जो तुम इतने जिद्दी तालों को भी बड़ी आसानी से खोल देती हो ? जबकि मैं इतना बलशाली होते हुए भी ऐसा नहीं कर पाता ।' चाबी मुस्कराई और बोली - ' दरअसल, तुम तालों को खोलने के लिए बल प्रयोग करते हो और ऐसा करने से ताला खुलता नहीं टूट जाता है । जबकि मैं ताले को बिल्कुल भी चोट नहीं पहुँचाती । मैं तो उसके मन में उतर कर उसके हृदय को स्पर्श करती हूँ और उसके दिल में अपनी जगह बनाती हूँ । इसके बाद जैसे ही उससे खुलने का निवेदन करती हूँ, वह फौरन खुल जाता है ।' 🌾🌾🌾🌾🌾🌾🌾🌾🌾🌾

"हथौड़ा और चाबी "
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शहर की तंग गलियों के बीच एक पुरानी तालों की दुकान थी । लोग वहाँ से ताला चाबी खरीदते और कभी - कभी चाबी खोने पर वैसी ही चाबी बनवाने भी आते ।
ताले वाले की दुकान में एक हथौड़ा भी था, जो कभी कभार ताला तोड़ने के काम भी आता था । हथौड़ा अकसर सोचा करता कि आखिर इन छोटी - छोटी चाबियों में ऐसी कौन सी खूबी है जो इतने मजबूत तालों को भी चुटकी में खोल देती है । मुझे तो इसके लिए कितने प्रहार करने पड़ते हैं ।
एक दिन उससे रहा नहीं गया । दुकान बंद होने के बाद उसने एक नन्ही चाबी से पूछा - ' बहन, ये बताओ कि आखिर तुम्हारे अंदर ऐसी कौन सी शक्ति है जो तुम इतने जिद्दी तालों को भी बड़ी आसानी से खोल देती हो ? जबकि मैं इतना बलशाली होते हुए भी ऐसा नहीं कर पाता ।'
चाबी मुस्कराई और बोली - ' दरअसल, तुम तालों को खोलने के लिए बल प्रयोग करते हो और ऐसा करने से ताला खुलता नहीं टूट जाता है । जबकि मैं ताले को बिल्कुल भी चोट नहीं पहुँचाती । मैं तो उसके मन में उतर कर उसके हृदय को स्पर्श करती हूँ और उसके दिल में अपनी जगह बनाती हूँ । इसके बाद जैसे ही उससे खुलने का निवेदन करती हूँ, वह फौरन खुल जाता है ।'
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